- एन.डी.पी.एस. अधिनियम के तहत जब्त की गई संपत्तियों में वाहन, प्रमुख प्लाट, आवासीय घर शामिल
- नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए सामूहिक एकता की जरूरत, संदिग्ध गतिविधि की तुरंत दी जाए सूचना: एसएसपी खख
जालंधर- नशे के कारोबार को रोकने के लिए जालंधर ग्रामीण पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते 4 एनडीपीएस मामलों में शामिल अपराधियों की 84,52,750 रुपये की संपत्ति जब्त की है। सक्षम प्राधिकारी, नई दिल्ली ने पुलिस द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों के बाद पिछले चार महीनों में इन संपत्तियों को जब्त करने की पुष्टि की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरकमल प्रीत सिंह खख ने पत्रकारों से जानकारी सांझा करते हुए बताया कि पुलिस पिछले चार महीने से सख्त कार्रवाई कर आपराधिक तत्वों पर नकेल कस रही है। उन्होंने कहा कि एन.डी.पी.एस एक्ट के अधिनियम के अध्याय 5 ए के तहत करवायी की गई, जो कानून प्रवर्तन एजेंसियों को ड्रग मनी के माध्यम से अर्जित संपत्तियों को जब्त करने, फ्रीज करने और जब्त करने का अधिकार देता है। उन्होंने कहा कि कुर्क की गई संपत्तियां अब भारत सरकार के नाम पर है। उन्होंने कहा कि नीलामी कानून के मुताबिक की जाएगी।
जब्त की गई संपत्तियों के बारे में जानकारी देते हुए एस.एस.पी. खख ने बताया कि कपूरथला निवासी हरीश कुमार उर्फ मोनू की मारुति स्विफ्ट डिजायर (कीमत ₹ 3,50,000) को 15 मार्च 2020 को पुलिस स्टेशन शाहकोट में दर्ज एक एफआईआर के संबंध में जब्त कर लिया गया था। एक अन्य मामले में, होशियारपुर निवासी लखवीर चंद को 52,00,000 रुपये मूल्य के 9 मरले के प्लॉट के लिए 26 मई 2020 को पीएस भोगपुर में दर्ज एक एफआईआर के संबंध में फ्रीज कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि मेहतपुर निवासी प्रेम सिंह का 11 कनाल 1 मरले का प्लॉट फ्रीज कर दिया गया है। इसके अलावा 19 जुलाई 2013 को थाना मेहतपुर में दर्ज एफआईआर में 8,28,750 रुपये की संपत्ति कुर्क की गई थी। उन्होंने बताया कि मकसूदां निवासी सोनू कुमार का 5 मरला का रिहायशी मकान, जिसकी कीमत 20,74,000 रुपये है, 16 सितंबर 2005, 15 मार्च 2009, 19 सितंबर 2008 को दर्ज एफ.आई.आर के संबंध में पी.एस आदमपुर और पीएस नूरमहल में दर्ज किए गए थे।
उन्होंने कहा कि जालंधर ग्रामीण पुलिस ने नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और नशा तस्करों के वित्तीय नेटवर्क को नष्ट करके नशे के कारोबार को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। एसएसपी ने नागरिकों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की, क्योंकि नशे से संबंधित अपराधों को जड़ से खत्म करने के लिए एक सामूहिक लड़ाई की जरूरत है।