जालंधर- इंटेल टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और डीएवी यूनिवर्सिटी ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (ए आई) उभरती तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य डीएवी यूनिवर्सिटी में इंटेल आर्किटेक्चर पर आधारित अत्याधुनिक उन्नत लैब्स की स्थापना करना है। ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) लैब्स कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को शिक्षा में वैल्यू एडिशन करेंगी।
एमओयू पर डीएवी यूनिवर्सिटी के वाइस चान्सलर डॉ. मनोज कुमार और इंटेल इंडिया में रणनीति के निदेशक श्री सुमीत वर्मा द्वारा हस्ताक्षरित किए गए।
इंटेल के प्रोग्राम बिजनेस मैनेजर श्री गिरीश एच गौड़ा ने कहा ग्रेजुएट स्नातकों और आईटी उद्योग की बढ़ती मांगों के बीच कौशल का अंतर बढ़ रहा है । श्री गौड़ा ने कहा कि लैब्स इंटेल उन्नति कार्यक्रम के अंतर्गत बनाई जाएंगी और इनका उद्देश्य छात्रों को उद्योग की अपेक्षाओं के तेजी से बदलते परिदृश्य के साथ जोड़ना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डीएवी यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी विशेष रूप से इंटेल उन्नति की डेटा-केंद्रित पहल को लागू करने के लिए तैयार की गई है जो अकादमिक क्षेत्र में इनोवेशन को बढ़ावा देगी।
वाइस-चान्सलर डॉ. मनोज कुमार ने कहा की स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री रेडी करना आवश्यक है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप उन्नति लैब्स की स्थापना मौजूदा बुनियादी ढांचे को बढ़ाने का एक प्रयास है। डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि प्रयोगशालाएं इंटेल विशेषज्ञों से प्राप्त हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर स्टैक रेकोमेडेशनस का प्रयोग करेंगी।
डीएवी यूनिवर्सिटी में एआई में बीटेक कर रहे स्टूडेंट्स को पाठ्यक्रम पूरा करने का प्रमाण पत्र प्राप्त होगा, जो उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरी बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्रदान करेगा।
इस कार्यक्रम में डिपार्टमेंट के मेम्बर्स डॉ. राहुल हंस, डॉ. अरविंद महेंद्रू, डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. हितेश्वरी सबरोल, सुश्री रिधि, डॉ. संजीव धीमान और छात्रों सहित विभिन्न गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।