डिप्टी कमिश्नर और एस.एस.पी. ने पराली जलाने के रुझान को रोकने के लिए अधिकारियों को और अधिक चौकसी के दिए निर्देश
कहा, किसानों में पराली प्रबंधन जागरूकता के इलावा आग लगाने की घटनाओं पर की जाए तुरंत कार्यवाही
ज़िला प्रशासन द्वारा पराली जलाने के ख़िलाफ़ शुरु किए अभियान में नंबरदार आए आगे
जालंधर, : डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल ने जहाँ किसानों को पराली न जला कर वातावरण की शुद्धता बनाए रखने के लिए सांझा प्रयास करने का न्योता दिया, वहीं इस रुझान को रोकने के लिए दिन- रात फील्ड में डटे अलग- अलग विभागों के अधिकारियों एंव कर्मचारियों को आग लगाने की घटनाओं पर तुरंत कार्यवाही करने के आदेश भी दिए।
यहाँ रैड्ड क्रास भवन में एस.एस.पी. हरकमल प्रीत सिंह खख सहित एक समागम की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने नोडल और कलस्टर अधिकारियों को अगले करीब 20 दिन और सक्रियता के साथ निगरानी करने को कहा, ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि कार्यवाही करने के इलावा फ़सलों के अवशेष प्रबंधन के लिए मशीनरी की उपलब्धता के बारे में भी किसानों को जागरूक किया जाए। उन्होंने टीमों को कहा कि आने वाले दिन बहुत महत्वपूर्ण है, जिसके मद्देनज़र फील्ड में दौरे जारी रखे जाएँ।
डा. अग्रवाल ने कृषि विभाग के अधिकारियों को कहा कि किसानों के साथ संबंध कायम करके खेती मशीनरी बारे जानकारी दी जाए। इसके इलावा पराली जलाने के बुरे प्रभावों के बारे में भी अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि फ़सल अवशेष की उचित ढंग से संभाल के लिए कृषि विभाग द्वारा पिछले 6 सालों दौरान करीब 7 हज़ार मशीनें किसानों को सब्सिडी पर मुहैया करवाई गई है और 700 से अधिक मशीनें इस साल सब्सिडी पर दी जा रही हैं। किसानों को पराली प्रबंधन के लिए पूरा सहयोग देने के निर्देश देते हुए उन्होंने अधिकारियों को कहा कि प्रत्येक गांव में खेती मशीनरी पहुँचाने को यकीनी बनाया जाए, ताकि पराली प्रबंधन में किसानों को मदद मिल सके।
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर ने मीटिंग में मौजूद नंबरदारों को पराली जलाने के ख़िलाफ़ ज़िला प्रशासन द्वारा शुरु किए अभियान में सक्रिय सहयोग देने की अपील की। उन्होंने नंबरदारों को कहा कि वह अपने- अपने गांवों में किसानों को पराली को आग न लगाने संबंधी प्रेरित करे और ज़िला प्रशासन द्वारा मुहैया करवाई खेती मशीनरी का अधिक से अधिक प्रयोग करे। उन्होंने कहा कि जिन नंबरदारों के गांवों में खेतों में आग लगाने के मामले नहीं होंगे, उनको प्रशासन द्वारा विशेष तौर पर सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने टीमों में शामिल आधिकारियों, कर्मचारियों के इलावा नंबरदारों को पूरी तनदेही के साथ काम करते हुए जालंधर ज़िले को पराली के धुएँ से मुक्त बनाने का प्रण भी दिलाया।
इससे पहले एस.एस.पी. हरकमल प्रीत सिंह खख ने अपने संबोधन दौरान कहा कि देहाती पुलिस द्वारा आग लगने की घटनाओं पर पूरी नज़र रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा गाँव स्तर पर पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए है, जो किसानों को पराली जलाने के साथ-साथ इसके प्रबंधन के लिए प्रेरित करेगें।
किसानों को वातावरण की संभाल में योगदान देने की अपील करते हुए डिप्टी कमिश्नर और एस.एस.पी. ने कहा कि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाना हमारा सबका नैतिक कत्वर्य है, जिसके लिए हम सबको सांझा प्रयास करने की ज़रूरत है।
इस दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) मेजर डा. अमित महाजन, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ( शहरी विकास) जसबीर सिंह, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ( ग्रामीण विकास) बुद्धिराज सिंह, एस.डी.एमज़ बलबीर राज सिंह, रणदीप सिंह, अमनपाल सिंह, लाल विश्वास और शुभी आंगरा, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से इंजी.संदीप कुमार, सचिव ज़िला रैड्ड क्रास सोसायटी इन्द्रदेव सिंह, समूह कलस्टर और नोडर अधिकारी और अलग- अलग विभागों के अधिकारी मौजूद थे।