कहा, आत्म-रक्षा के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग भी दी जाएगी
ज़िले में महिला सशक्तिकरन के लिए किए जा रहे प्रयासों का लिया जायज़ा
अधिकारियों को गतिविधियां उचित ढंग से लागू करने को कहा
जालंधर : महिला सशक्तिकरन को बढावा देने के लिए ज़िला प्रशासन ने नई पहलकदमी के अंतर्गत लड़कियों को मुकाबलो की परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ़्त कोचिंग मुहैया करवाने के साथ, आत्म-रक्षा के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग देने का निर्णय किया है।
आज यहाँ ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में सुनील फोगट आई.ए.एस.( यू.टी.) और अलग- अलग विभागों के साथ समीक्षा मीटिंग दौरान डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए चल रहे प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि ज़िला प्रशासन द्वारा लड़कियों को ऊच्च शिक्षा के बाद मुकाबलो की परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग देने के लिए जल्द मुफ़्त क्लासें शुरू की जा रही है जो ज़िला रोज़गार एंव कारोबार ब्यूरो दफ़्तर में लगाई जाएंगी। डा.अग्रवाल ने अधिकारियों को इस सम्बन्धित चल रही प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए कहा ताकि जल्द से जल्द क्लासें शुरू की जा सकें।
डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल ने आगे बताया कि पंजाब कराटे एसोसिएशन के सहयोग से लड़कियों को आत्म-रक्षा के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि वह निजी तौर पर इन पहलकदमियों को योजनाबन्द ढंग से पूरा करे ताकि अधिक से अधिक लड़कियों को इसका लाभ मिल सके।
लड़कियों में हीमोग्लोबिन के स्तर की जांच के लिए शाहकोट ब्लाक के गाँव ढंडोवाल से शुरु किए अभियान का जायज़ा लेते डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इस अभियान के अधीन पहले ब्लाक के 30 गाँवों में कैंप लगाए जाएंगे, जिस उपरांत पूरे ज़िले को कवर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जांच दौरान अनीमिया से पीडित लड़कियाँ को आयरन फोलिक एसिड की गोलियाँ भी दी जाएंगी। डिप्टी कमिश्नर ने अधिकारियों को इन सभी गतिविधियों को उचित ढंग से चलाने के निर्देश दिए।
उन्होंने लड़कियों के सशक्तिकरन के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए अधिकारियों को पैंफलेट बाँटने, ग्राफिटी आर्ट, पोस्टर, स्टीकर, सलोगन लिखने आदि गतिविधियों करवाने के निर्देश भी दिए। डिप्टी कमिशनर ने कहा कि इन प्रयासों का उद्देश्य लड़कियों को समाज में ओर अधिक सशक्त बनाना है।
मीटिंग दौरान ज़िला प्रोग्राम अधिकारी मनजिन्दर सिंह ने महिला सशक्तिकरन के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी देते बताया कि लड़कियों को पोक्सो एक्ट, बाल विवाह, साईबर क्राइम, घरेलू हिंसा, शारीरिक शोषण और महिला अधिकारों के बारे में जानकारी देने के लिए 21 स्कूल- कालेजों और 26 गाँवों में जागरूकता कैंप लगाए जा चुके है। इसी तरह पिछले 10 दिनों दौरान दकोहा और भोगपुर में ज़िला एंव ब्लाक स्तर पर 51 अलग- अलग स्थानों पर नवजात लड़कियों के जन्म दिन मनाए गए है। इसके इलावा ‘ इक पेड़ माँ दे नाम’ के अंतर्गत ब्लाकों में लगातार गतिविधियां करवाई जा रही है।