जालंधर- डीएवी यूनिवर्सिटी और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस ने “कैम्ब्रिज टीचिंग, लर्निंग और असेसमेंट” पर एक सहयोगात्मक वर्कशॉप का आयोजन किया। डीएवी विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम अंग्रेजी भाषा की शिक्षा को आगे बढ़ाने और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों और शिक्षकों को एक मंच पर लाने का प्रयास था।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस की प्रतिनिधि और वर्कशॉप की रिसोर्स पर्सन मेधावी सिंह ने अंग्रेजी भाषा की शिक्षा में नवीनतम रुझानों पर चर्चा की। उन्होने बताया कि इंटरैक्टिव और आकर्षक सीखने के माहौल को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई समकालीन तकनीकें शिक्षण के लिए आवश्यक हैं।
मेधावी सिंह ने प्रतिभागियों को चर्चा में सक्रिय रूप से शामिल होने, बेहतर तरीकों को साझा करने और विभिन्न शहरों के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों के साथ पेशेवर नेटवर्क विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये सहयोगात्मक प्रयास न केवल प्रॉफेशनल डेव्लपमेंट को प्रोत्साहित करेंगे बल्कि अंग्रेजी शिक्षकों के बीच सौहार्द की भावना को भी बढ़ावा देंगे। इस से शैक्षिक समुदाय को लाभ होगा।
डीएवी यूनिवर्सिटी के वाइस चान्सलर डॉ. मनोज कुमार ने वर्कशॉप के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये इनसाइट्स टीचर्स और स्टूडेंट्स के लिए समृद्ध शैक्षिक अनुभवों में तब्दील हो जाएंगी। उन्होने कहा कि नवीनतम तकनीकों से लैस अंग्रेजी शिक्षक उच्च गुणवत्ता वाली पढ़ाई के लिए बेहतर स्थिति में होंगे। डॉ. मनोज कुमार ने आगे कहा कि कार्यशाला डीएवी यूनिवर्सिटी और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस के बीच चल रही साझेदारी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट लोगों में सीबीएमई और मानविकी विभाग की डीन डॉ. गितिका नागराथ, सहायक प्रोफेसर मोनिका सुपाहिया, दिलदार सिंह, सिमरत कौर, डॉ. पूनम, लैला नरगिस और शुबैन्दु गोस्वामी शामिल थे।