खटकड़ कलां – भारतीय संस्कृति, कला और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित दो प्रतिष्ठित संगठनों संस्कार भारती और विद्या भारती ने “स्वतंत्रता नायकों को श्रद्धांजलि” शीर्षक से एक दिवसीय चित्रकला शिविर का आयोजन किया। यह विशेष प्रयास उन प्रसिद्ध भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने का एक प्रयास है जिन्होंने निस्वार्थ भाव से भारत की स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
“स्वतंत्रता नायकों को श्रद्धांजलि” चित्रकला शिविर कलात्मक अभिव्यक्ति और ऐतिहासिक स्मृति के एक अद्वितीय अभिसरण के रूप में खड़ा है। संस्कार भारती और विद्या भारती के बीच इस सहयोगात्मक प्रयास का उद्देश्य उन बहादुर व्यक्तियों की विरासत का जश्न मनाना है जिन्होंने हमारे राष्ट्र की नियति को आकार देने में अभिन्न भूमिका निभाई। संस्कार भारती और विद्या भारती हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और युवा पीढ़ी में राष्ट्रीय गौरव और चेतना की भावना पैदा करने की एक साझा दृष्टि की दिशा में काम करते हैं।
इस संयुक्त पहल का उद्देश्य कलाकारों, छात्रों, शिक्षकों और विरासत प्रेमियों के लिए एक रचनात्मक मंच है ताकि वे एक साथ आ सकें और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों के प्रति अपना आभार व्यक्त कर सकें।
इस अवसर पर भारत के पंजाब से डॉ. का अंतिम संस्कार किया गया। विश्वेश्वरी तिवारी और गुरविंदर सिंह मौजूद रहे। कलाकारों में योगेश कुमार प्रजापति (एलपीयू से), डॉ. जालंधर से कुसुम गोइत, ज्योति शर्मा और हरीश वर्मा; चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से जगजीत सिंह और योगेश्वर हंस, बंगा से जसवीर राम, धर्मवीर, शिमला से जतिन धीमान ने शहीद भगत सिंह जी और उनके माता-पिता, शहीद उदम सिंह जी, लाला लाजपत राय और कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र बनाए और आकर्षण का केंद्र बने। लोगों के लिए।
चित्रकला शिविर में कलाकारों को प्रख्यात भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को उनकी अदम्य भावना, साहस को दर्शाते हुए कलात्मक रूप से चित्रित करने का अवसर मिला।
इस मौके पर खुद जिला कलेक्टर और स्थानीय अधिकारी पहुंचे और कलाकारों का हौसला बढ़ाया।