एस.जी.पी.सी की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर के बेगोवाल स्थित आवास पर एक समारोह में शिरकत करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि आप पार्टी की सरकार ने 13हजार गांवों वाले राज्य में 75 क्लीनिक खोलकर न केवल मोहल्ला क्लीनिकों के प्रावधान का मजाक बनाया है, बल्कि लोगों को अनूठी सुविधा से भी वंचित कर दिया है, जिसके तहत राज्य के लोगों को एक ही छत के नीचे 78 सेवाएं प्रदान करने के लिए 2000 सेवा केंद्र स्थापित किए गए थे।
एक सवाल के जवाब में अकाली दल सरकार द्वारा शुरू की योजनाओं पर सवार न होने के लिए कहते हुए सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप पार्टी की सरकार ने पहले ही 10हजार करोड़ उधार लिए हैं, लेकिन किया कुछ भी नही है। उन्होने कहा, ‘‘ इस पैसे का इस्तेमाल लोगों की दवाएं उपलब्ध कराने वाले 3000 चिकित्सा सब सेंटरों और डिस्पेंसरियों को मजबूत करने के लिए किया जा सकता था। इसी तरह सरकार को सुपर स्पेशिलिटिी सेवाओं की शुरूआत करने के अलावा जिला स्तर पर सिविल अस्पतालों में बुनियादी ढ़ांचे को मजबूत करने की आवश्यकता है।
सरदार बादल ने मुख्यमंत्री से यह भी कहा कि वह इस बात पर विचार करे कि दिल्ली में कोविड महामारी के दौरान मोहल्ला क्लीनिक योजना कैसे बुरी तरह विफल रही है। उन्होने सुविधा केंद्रों की नेम प्लेटों में बदलाव से तुच्छ प्रचार करने के लिए भी मुख्यमंत्री की निंदा की। उन्होने कहा, ‘‘ यह मुख्यमंत्री के पद के अनुरूप नही है कि वह इतना गिर जाए और अपनी नाकाम सरकार के भाग्य को भुनाने की हताशा में तुच्छ प्रचार का सहारा ले। बेहतर होगा वह आप पार्टी के आलाकमान के आदेशों पर चलने के बजाय तथा उनके रबड़ के मोहरे बनने के बजाय पंजाबियों की आवश्यकता के अनुसार विकास गतिविधियों को शुरू करें।
आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा शुरू की गई 300 यूनिट प्रति माह मुफ्त बिजली योजना के बारे में बोलते हुए सरदार बादल ने कहा कि इसे इतनी सारी शर्तों के साथ लागू किया गया है कि इससे किसी को कोई फायदा नही होगा। ‘‘ शर्तों को इस तरह से बनाया गया है कि कमजोर वर्ग का केवल एक बहुत छोटा हिस्सा इस योजना का लाभ उठा सकता है। यह उस संख्या से भी कम है जो पूर्ववर्ती अकाली दल सरकार के दौरान प्रति माह 200 यूनिट बिजली मुफ्त में प्राप्त करते थे। आम आदमी पार्टी से इस योजना को वादे के अनुसार लागू करने और सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली प्रदान करने की मांग करते हुए सरदार बादल ने कहा कि ऐसा न करना, उन पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपने क समान होगा, जिन्होने आम आदमी पार्टी के वादों पर विश्वास किया।