विद्यार्थियों को खुद योग सीख मरीज़ों को भी करवाने का किया आह्वान
जालंधर (Jatinder Rawat)- भारत सहित विश्व भर में मनाए जा रहे 8वें अंतराष्ट्रीय योग दिवस-2022 के मौके पर आज केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के जालंधर स्थित केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस (पिम्स) में योग दिवस मनाया गया। जिसमें डाक्टरी की पढ़ाई व प्रैक्टिस कर रहे विद्यार्थियों व नौजवान डाक्टरों ने योग आसन सीखे व अभ्यास किया।
इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विषय वस्तु ‘मानवता के लिए योग’ रखा गया है।
इस योग सत्र का उद्घाटन पिम्स के डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ राजीव अरोड़ा, रेजिडेंट डायरेक्टर श्री अमित सिंह व फील्ड पब्लिसिटी अधिकारी राजेश बाली ने आज सुबह किया। इस सत्र में नेहरू युवा केंद्र जालंधर ने भी सहयोग किया।
योग इंस्ट्रक्टर्स डा वैशाली, डा विजयलक्ष्मी, डा याशी व अनुराग भारद्वाज ने इस एक घंटा चले योग सत्र में अपने आप को योग के माध्यम से तंदुरुस्त ओर सुडोल रखने के विभिन्न आसनों की जानकारी दी ओर आसन करवाए।
डा अरोड़ा ने बताया की राष्ट्रीय मेडिकल आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार देश भर में सभी मेडिकल कॉलेजों में विद्यार्थियों को डाक्टरी पढ़ाई के साथ ही योग की सिखलाई भी दी जा रही है। उन्होंने मेडिकल के विद्यार्थियों को खुद योग सीखकर अपने मरीजों को भी इसे सिखाने का आह्वान किया।
क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी राजेश बाली ने डाक्टरी की पढ़ाई कर रहे सभी विद्यार्थियों को मरीजों का ध्यान रखने के साथ ही अपना खुद का भी ख्याल रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा की चिकित्सक भाईचारे का खुद तंदुरुस्त होना बहुत ज़रूरी है तभी वह मरीजों का ख्याल रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि योग एक ऐसी आसान पद्धति है जिसे अपना कर हम अपने आप को इस रोज़ मर्रा कि भागदौड़ भरी जिंदगी में जिस्मानी व दिमागी तौर पर तंदुरुस्त रख सकते हैं।
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ कम्युनिकेशन द्वार योग सत्र के बाद योग पर ही आधारित एक विशेष क्विज़ भी करवाई गई और विजेताओं को इनाम वितरित किए गए। इस मौके पर प्रशिक्षों सहित पिम्स कॉलेज को ब्यूरो द्वार सम्मानित भी किया गया। सारे आयोजन को विधि पूर्वक करवाने में सहयोग के लिए पिम्स मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डा. सुरिंदर सिंह अजरावत को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार सहायक गुरकमल सिंह सहित नेहरु युवा केंद्र जालंधर से कुलविंदर सिंह, विशाल सिंह व बिक्रमजीत सिंह भी इस सत्र में शामिल हुए।