शहीदो के बलिदान से मिली आज़ादी को बरकरार रखना युवा पीढ़ी का कर्तव्य:विजय नड्डा
जालंधर: (Khushboo Punjab di ) आज़ादी के अमृत महोत्सव को समर्पित पूरे देश में क्रीड़ा भारती की ओर से एक ही दिन एक ही समय पर शुरू होने वाली भारत प्रदक्षिणा यात्रा के अंतर्गत मुकेरियां की यात्रा पूरे देश में तय निश्चित समय 8:56 पर श्री अक्षरधाम मंदिर, जालंधर से निकली। क्रीड़ा भारती प्रदक्षिणा यात्रा देश के 275 स्थानों से शुरू होकर 19000 किमी का सफर तय कर भारत को एक सूत्र में पिरोने का काम करेगी।क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित इस यात्रा का उद्देश्य युवा पीढ़ी को खेलों से जोड़ते हुए स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करना हैं। यात्रा को मुख्यातिथआदरणीय अध्यक्ष एस के मिश्रा जी पीटीयू यूनिवर्सिटी रजिस्टार, आदरणीय श्री विजय नाडा जी उत्तर क्षेत्र संगठन मंत्री विद्या भारती, श्री सुमित जी पंजाब प्रांत प्रमुख, माननीय संघचालक डॉक्टर सतीश जी, महानगर कार्यवाह श्री अश्विनी कुमार जी, श्री सुभाष जी ने झंडी देकर रवाना किया। संयोजक दीपक कुमार जी और सह संयोजक प्रदीप भाटिया जी की अगवाई में यह यात्रा जालंधर से मुकेरियां के लिए रवाना हुई यात्रा में 25 मोटर साइकिल 50 कार्यकर्ताओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर विजय नड्डा जी ने सभी को देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश को आज़ाद कराने के लिए कई क्रांतिकारियों ने अपनी जाने दी है उन्होंने कहा क्रांतिकारियों के बलिदान से मिली अज़ादों को बरकरार रखना आज की युवा पीढ़ी का कर्तव्य है।उन्होंने कहा कीड़ा भर्ती देश भर मे युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए उनको खेड़ों से जोडने का कार्य करती है।
इस यात्रा में श्री किशन लाल शर्मा जी, सरदार अजमेर सिंह बादल जी, जगत भूषण जी राजकुमार झा जी, प्रदीप भाटिया जी, रविंद्र कुमार जी कमल भल्ला जी दीपक जी, बनवारी लाल जी, लवली जी और अन्य बहुत से कार्यकर्ता शामिल हुए। यात्रा श्री अक्षरधाम मंदिर जालंधर से निकल कर टांडा, दसुआ से होते हुए शीतला माता मंदिर मुकेरिया में समाप्त हुई। यात्रा को संघ के जिला माननीय संघचालक अनिल कुमार ,सह विभाग कार्यवाह विक्रम समयाल, जिला कार्यवाह कुलविंदर कुमार जी सहित सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने यात्रा का स्वागत किया व जलपान करवाया। इसी तरह लुधियाना से यात्रा चलकर जालंधर तक आई लुधियाना से जालंधर के लिए 120 कार्यकर्ता रवाना हुए जिसमें एक जीप और बाकी सभी मोटरसाइकिल शामिल थे।जालंधर में उनका भव्य स्वागत किया गया। लुधियाना से आए हुए स्वयंसेवक बंधुओं भोजन की व्यवस्था की गई थी। सब ने आकर जलपान ग्रहण किया और अक्षरधाम मंदिर में माथा टेका