प्रशासन जालंधर में रहने वाले विदेशी नागरिकों की सुरक्षा और सहायता के लिए वचनबद्ध: घनश्याम थोरी
कहा अमरीकी नागरिक 11 -24198000 पर फ़ोन करके या [email protected] पर ई -मेल के द्वारा सीधा अम्बैसी तक कर सकते हैं पहुँच
जालंधर- नई दिल्ली में अमरीकी अम्बैसी में अमरीकी नागरिक सेवाओं के प्रमुख केली लैंडरी ने डिप्टी कमिशनर जालंधर घनश्याम थोरी के साथ मुलाकात करके उन ढंग -तरीकों के बारे में विचार -विमर्श किया, जिनके द्वारा दूतावास मुश्किल समय अमरीकी नागरिकों की मदद कर सकता है।उन्होंने अमरीकी दूतावास में नागरिक सेवाओं के साथ सम्बन्धित संपर्क जानकारी भी सांझी की, जहाँ परेशानी में फंसे नागरिकों को बिना किसी संकोच के संपर्क करने की अपील की। उन्होंने आगे कहा कि मुश्किल में कोई भी अमरीकी नागरिक 11 -24198000 पर फ़ोन या [email protected] पर ईमेल के द्वारा दूतावास के साथ संपर्क कर सकता है।
इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने बताया कि अमरीकी नागरिक सेवाओं के प्रमुख केली लैंडरी और विशेष काऊंसलर सेवाओं माहिर सुरेश के. मैदान सहित अमरीकी आधिकारियों के प्रतिनिधी मंडल ने उनके साथ मुलाकात करके उन ढंग -तरीकों के बारे चर्चा की, जिनके द्वारा पीडित अमरीकी नागरिकों की तुरंत मदद की जा सकती है। डिप्टी कमिशनर ने ऐसे विदेशी नागरिकों की सहायता या मदद करने के लिए प्रशासन की वचनबद्धता दोहराई, जो ज़िले में किसी भी किस्म की मुश्किल का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यक्ति सीधे तौर पर अमरीकी दूतावास के साथ संपर्क करने के इलावा जालंधर प्रशासन के साथ भी संबंध कर सकता है और उनको थोड़े समय में ही हर संभव मदद मुहैया करवाई जायेगी।
डिप्टी कमिशनर ने आगे कहा कि ज़िला प्रशासन जालंधर में रह रहे विदेशी नागरिकों के अधिकारों की चौकीदारी के लिए वचनबद्ध है और प्रशासन की तरफ से उनकी सुरक्षा को यकीनी बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने अम्बैसी आधिकारियों को यह भी भरोसा दिया कि इस सम्बन्ध में यदि कोई मामला उनके ध्यान में आता है तो पहल के आधार पर उन के नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूर्ण सहयोग दिया जायेगा। इस दौरान, दोनों पक्षों के आधिकारियों के बीच ऐसे अमरीकी नागरिकों तक पहुँचने और उन की हर संभव सहायता करने के लिए कारजविधी तैयार करने के लिए विचार -चर्चा हुई। डिप्टी कमिशनर ने कहा कि ज़िला प्रसासन की तरफ से अमरीकी अम्बैसी और इसके जरूरतमंद नागरिकों के बीच पुल का काम किया जायेगा।