दो हफ़्तों में नीति का मसौदा होगा तैयार, और सुधारों के लिए प्रवासी भारतीयों के साथ किया जाएगा विचार-विमर्श
ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और खेल एवं गाँवों के सौंदर्यीकरण में बड़े सुधारों के लिए प्रवासी भारतीयों को राज्य सरकार के साथ हाथ मिलाने की अपील
अमरीका-कनाडा के एन.आर.आई. परिवार द्वारा गाँव अठौला में 50 लाख रुपए की लागत से स्मार्ट प्राईमरी स्कूल के निर्माण में सहयोग की माँग के बाद 36 घंटे के अंदर गाँव पहुंचे कैबिनेट मंत्री
अठौला (जालंधर)- पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायतें एवं प्रवासी भारतीयों संबंधी मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने आज ऐलान किया कि गाँव के सर्वांगीण विकास में प्रवासी भारतीयों के कीमती योगदान को सुनिश्चित बनाने के साथ-साथ उनके हितों की रक्षा के लिए एक व्यापक नीति तैयार कर जल्द लागू की जा रही है।
उन्होंने कहा कि नीति का मसौदा अगले दो हफ़्तों में तैयार कर लिया जाएगा, जिसमें ज़रूरत पडऩे पर और बदलावों के लिए प्रवासी भारतीयों के साथ विचार-विमर्श किया जाना है और फिर मुख्यमंत्री भगवंत मान इसको मंजूरी देंगे। मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ग्रामीण विकास में बड़े सुधारों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जोकि प्रवासी भारतीयों के पूर्ण सहयोग और मदद से तुरंत संभव हो सकते हैं। मंत्री ने आगे कहा कि एक बार नीति लागू होने पर प्रवासी पंजाबी अपने काम निर्बाध तरीके से करेंगे।
कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि प्रवासी भारतीयों की जायदादों, उनके कानूनी केस और विवाह सम्बन्धी झगड़ों से सम्बन्धित मुद्दे आने वाली नीति का मुख्य विषय होंगे। उन्होंने कहा कि यह योजना गाँवों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रवासी भारतीयों के साथ मज़बूत संपर्क साधने पर भी विशेष तौर पर ध्यान केंद्रित करेगी।
यहाँ अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीयों का सहयोग सुनिश्चित तौर पर शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्रों में बड़ा बदलाव लाने के साथ-साथ ग्रामीण पंजाब को और सुंदर बनाएगा। मंत्री ने दृढ़ संकल्प लिया कि आप सरकार प्रवासी भारतीयों के लिए हर समय उपलब्ध रहेगी, जिससे भविष्य की ज़रूरतों के अनुसार गाँवों के विकास को योजनाबद्ध तरीके से सुनिश्चित बनाया जा सके।
एक और महत्वपूर्ण बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों की सुविधा के लिए सभी जि़लों में नोडल अफ़सर तैनात किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय सिविल और पुलिस प्रशासन से सम्बन्धित किसी भी शिकायत की बाबत इन नोडल अफसरों को मिलेंगे, जोकि बिना किसी देरी के कानून के अनुसार कार्यवाही करने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देंगे। उन्होंने कहा कि यह कदम प्रवासी भारतीयों के मसलों को हल करने के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
इस बात का हवाला देते हुए कि एन.आर.आई. मामले विभाग ने कुछ दिन पहले प्रवासी पंजाबियों को ग्रामीण विकास के लिए सहयोग और मदद की अपील की थी, मंत्री ने कहा कि अठौला गाँव के अमरीका में बसे प्रवासी परिवार ने कल उनके साथ मुलाकात की और 50 लाख रुपए की लागत से गाँव में स्मार्ट प्राईमरी स्कूल के निर्माण के लिए अपनी योजना के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि मैं इस कार्य में सहयोग देने के लिए 36 घंटों के अंदर गाँव पहुंच गया। उन्होंने अन्य प्रवासी भारतीयों को उनके गाँवों के सर्वांगीण विकास के लिए आगे आने की अपील की। हम ऐसे नेक कामों के लिए प्रवासी भारतीयों का इन्तज़ार कर रहे हैं, क्योंकि सरकार ग्रामीण पंजाब की बेहतरी के लिए हर संभव सहायता देगी।
अमरीका में बसे एन.आर.आई. हरमेल सिंह शाह, गुरकरण सिंह शाह और कनाडा में बसे एन.आर.आई. नवतेज सिंह शाह ने अपने दादा स. गुरबख्श सिंह शाह और दादी बीबी हरबंस कौर की याद में गाँव में 50 लाख रुपए से अधिक की लागत के साथ स्मार्ट प्राईमरी स्कूल बनाने की पेशकश की। मंत्री ने स्कूल परिसर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह भी ऐलान किया कि गाँवों में कार्य को तेज़ी से पूरा करने को सुनिश्चित बनाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र तुरंत मुहैया करवाए जाएंगे। धालीवाल ने मौके पर ही वन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए, जिससे स्मार्ट प्राईमरी स्कूल के निर्माण का कार्य एक या दो दिनों में शुरू किया जा सके। उन्होंने गाँव के आदरणीयों और विधायक बलकार सिंह समेत ईंट रखकर स्मार्ट प्राईमरी स्कूल के कार्य की शुरूआत भी करवाई।
इससे पहले करतारपुर के विधायक बलकार सिंह ने गाँवों के प्रवासी भारतीयों द्वारा शिक्षा का बेहतर बुनियादी ढांचा सृजन करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की, जो ना सिफऱ् गाँवों के बच्चों के लिए बल्कि साथ लगने वाले गाँवों के बच्चों के लिए भी बहुत मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि आप सरकार द्वारा व्यापक जनहित में शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्रों को सबसे अधिक प्राथमिकता दी जा रही है।
इस मौके पर गाँव की सरपंच प्रो. भुपिन्दर कौर, प्रवासी भारतीय हरमेल सिंह शाह, डिप्टी डायरैक्टर ग्रामीण विकास एवं पंचायतें जगविन्दरजीत सिंह संधू और सिविल एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।