जालंधर-पंजाब के खेल विभाग में कुख्यात खेल माफिया सरगना सुखवीर सिंह ग्रेवाल ने अब पंजाबियों को दरकिनार कर हिमाचल प्रदेश के लोगों को नौकरी देने का मुद्दा खूब गरमरया है।
इस बात का खुलासा करते हुए आज यहां एक प्रसिद्ध स्पोर्ट्स व्हिसलब्लोअर और पूर्व एडीसी लुधियाना इकबाल सिंह संधू ने कहा कि पंजाब के खेल विभाग में चर्चित खेल माफिया सरगना और निदेशक (प्रशिक्षण) सुखवीर सिंह ग्रेवाल ने अबपंजाब स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (पीआईएस) में युवा और सक्षम पंजाबियों की उपेक्षासे हिमाचल प्रदेश के लोगों को प्राथमिकता देने की सूचना मिली है।
संधू ने आगे कहा कि पंजाब स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (पीआईएस) में खेल विभाग के सूत्रों के अनुदार सेवादार, कुक, हेल्पर आदि सहित दर्जा चार कर्मचारियों की भर्ती में पंजाबियों को छोड़, मनाली (हिमाचल) में अपने चाहते कोगों को लाभ पहुंचाने और पंजाब के लोगों के अधिकारों को छीनते हुए उन्हें भर्ती किया गया। सूत्रों के मुताबिक दरअसल मनाली में डायरेक्टर (ट्रेनिंग) सुखवीर सिंह ग्रेवाल का अपना होटल बिजनेस है और वहां काम करने वाले अपने खास लोगों के परिजनों नौकरी देले की सूचन हैं।
स्पोर्ट्स व्हिसलब्लोअर संधू ने मुख्यमंत्री, पंजाब, खेल मंत्री पंजाब, सचिव (खेल), पंजाब और निदेशक (खेल) पंजाब में शिकायत दर्ज कर खेल माफिया सरगना और निदेशक (प्रशिक्षण) सुखवीर सिंह ग्रेवाल के दूरा की गई इन अवैध नियुक्तियों को रोकने और पंजाब के हितों के खिलाफ अवैध नियुक्तियां करने के आरोप में उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।