जालंधर (Khushboo Punjab Di)- शहीद भगत सिंह की 115वीं जयंती के उपलक्ष्य में डीएवी विश्वविद्यालय ने दिनभर साइकिल रैली व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया। विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी स्वतंत्रता संग्राम में भगत सिंह के योगदान को याद किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ मनोज कुमार ने कहा कि यह दिन सभी डीएवी संस्थानों के लिए महत्व रखता है क्योंकि भगत सिंह डीएवी के शानदार पूर्व छात्रों में से एक थे। एक डीएवी छात्र के रूप में भगत सिंह के जीवन पर चर्चा करते हुए, डॉ मनोज कुमार ने कहा कि हर कोई शहीद के सर्वोच्च बलिदान के लिए ईमानदारी से आभार व्यक्त करता है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर (डॉ) के एन कौल ने बताया कि कैसे युवा स्वतंत्रता सेनानी ने युवाओं को प्रभावित करके स्वतंत्रता आंदोलन को आकार दिया।
निशि, डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला, जबकि डॉ आशुतोष शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, कृषि विज्ञान संकाय ने युवा ऊर्जावान भगत सिंह के जीवन की विभिन्न महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में एक प्रस्तुति दी, जिसने उन्हें एक दूरदर्शी स्वतंत्रता सेनानी के रूप में आकार दिया। छात्रों द्वारा शहीद के जीवन पर नाटक का मंचन भी किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ मनोज कुमार ने कहा कि यह दिन सभी डीएवी संस्थानों के लिए महत्व रखता है क्योंकि भगत सिंह डीएवी के शानदार पूर्व छात्रों में से एक थे। एक डीएवी छात्र के रूप में भगत सिंह के जीवन पर चर्चा करते हुए, डॉ मनोज कुमार ने कहा कि हर कोई शहीद के सर्वोच्च बलिदान के लिए ईमानदारी से आभार व्यक्त करता है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर (डॉ) के एन कौल ने बताया कि कैसे युवा स्वतंत्रता सेनानी ने युवाओं को प्रभावित करके स्वतंत्रता आंदोलन को आकार दिया।
निशि, डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला, जबकि डॉ आशुतोष शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, कृषि विज्ञान संकाय ने युवा ऊर्जावान भगत सिंह के जीवन की विभिन्न महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में एक प्रस्तुति दी, जिसने उन्हें एक दूरदर्शी स्वतंत्रता सेनानी के रूप में आकार दिया। छात्रों द्वारा शहीद के जीवन पर नाटक का मंचन भी किया गया।