कहा संविधान के मूलभूत सिद्धांतों के साथ छेड़छाड़ की कोशिशें की जा रहीं
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के जन्म दिवस के अवसर पर जालंधर के बूटाँ मंडी में हुए राज्य स्तरीय समारोह में की शिरकत
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले करने वाले जल्द ही होंगे सलाखों के पीछे
पंजाब के अफ़सर दिल्ली मेरे आदेशों पर गए थे-भगवंत मान
मंत्रियों को नए वाहन देने का कोई प्रस्ताव नहीं
सारी गारंटियां जल्द ही पूरी की जाएंगी
जालंधर- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज लोगों को भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर द्वारा लिखे गए संविधान और इसके मूलभूत सिद्धांतों को बचाने का न्योता दिया है।
आज यहाँ बाबा साहेब के 131वें जन्म दिवस के अवसर पर स्थानीय बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर सरकारी को-एजुकेशन कॉलेज, बूटाँ मंडी में राज्य स्तरीय समारोह के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान विधिवेत्ता और प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ डॉ. अम्बेडकर द्वारा लिखे गए संविधान की महत्वता घटाने के लिए भद्दी चालें चली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि दुख की बात यह है कि यह मंसूबे कोई विदेशी या बर्तानवी नहीं बना रहे, बल्कि हमारे कुछ अपने लोग ही यह ताना-बाना बुन रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि इन कोशिशों को मुँह तोड़ जवाब देते हुए शुरुआत में ही ख़त्म करना चाहिए, जिसके लिए लोगों को एकजुट होकर आवाज़ बुलंद करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब ने संविधान के द्वारा लोगों को अपनी मजऱ्ी से वोट डालने का अधिकार दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को मिले इसी अधिकार के स्वरूप ही प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया और अन्य सरीखे राजनीतिज्ञों को लोगों ने सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया। उन्होंने कहा कि संविधान लोकतंत्र का मूल आधार है और इसके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
पाकिस्तान से तुलना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे हमारा पड़ोसी देश हमारे मुल्क से एक दिन पहले आज़ाद हुआ, परन्तु संविधान की अनुपस्थिति के कारण उस मुल्क में लोकतंत्र पैर नहीं जमा सका। उन्होंने कहा कि हमारे मुल्क में बाबा साहेब के संविधान और कानून के नैतिक-मूल्य मज़बूत हुए हैं, जबकि इसके उलट पाकिस्तान में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। भगवंत मान ने कहा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र की नाकामी की जीती जागती मिसाल इस पक्ष से देखी जा सकती है कि पाकिस्तान का कोई भी पूर्व प्रधानमंत्री या तो कत्ल कर दिया गया या उसे देश निकाला होना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने डॉ. बी.आर. अम्बेडकर द्वारा समानता और आज़ादी के दिए सिद्धांतों पर चल कर आदर्श समाज के सृजन करने के लिए योगदान देने का न्योता दिया। डॉ. अम्बेडकर को महान विद्वान, विधिवेत्ता, आर्थिक माहिर, समाज सुधारक और मशहूर शख्सियत बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर समूचे विश्व के इतिहास में शुमार सबसे प्रसिद्ध शख्सियतों में से एक थे। भगवंत मान ने कहा कि चाहे डॉ. अम्बेडकर एक साधारण परिवार से सम्बन्ध रखते थे परन्तु समाज के प्रति उनके महान योगदान ने उनको वैश्विक स्तर की हस्तियों में शुमार किया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भारतीय संविधान डॉ. अम्बेडकर की सख़्त मेहनत, समर्पित भावना और दूरदर्शी सोच का नतीजा है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ना केवल कमज़ोर वर्गों के नेता थे, बल्कि समूची मानवता से जुड़े हुए थे। भगवंत मान ने आगे कहा कि दबे-कुचले और कमज़ोर वर्गों को मुख्य धारा में लाने के लिए डॉ. अम्बेडकर की दृढ़ प्रतिबद्धता और संघर्ष लोगों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा।
इसके बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले को अंजाम देने वाले लोग जल्द ही जेल की सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही घिनौना और ना-माफी योग्य अपराध है, जिसके कारण दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। भगवंत मान ने आगे कहा कि जल्द ही इस घोटाले का मुख्य दोषी जेल में अच्छी सुविधाओं के लिए अदालतों में अजिऱ्याँ दायर करता दिखाई देगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कुछ दिन पहले राज्य के सीनियर अफ़सर नई दिल्ली में प्रशिक्षण के लिए उनके आदेशों पर गए थे। विरोधी पक्ष द्वारा इस मुद्दे पर कोलाहल मचाने की सख़्त आलोचना करते हुए भगवंत मान ने कहा कि जहाँ भी हमारे अफसरों को अन्य राज्यों या देशों से अच्छी महारत सीखने की ज़रूरत होगी, वह अपने अफ़सर वहां ज़रूर भेजेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली के क्षेत्र में किए गए सुधारों का कोई मेल नहीं, जिस कारण हमें अपने अफसरों को प्रशिक्षण देने में कुछ भी गलत नजऱ नहीं आता।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि लोगों को दीं गारंटियों में से हरेक गारंटी पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी पंजाब में नई सरकार बने को एक महीने से भी कम समय गुजऱा है। उन्होंने कहा कि लोगों के साथ किया गया हरेक वादा हर हाल में पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों के लिए कोई भी नया वाहन खरीदने सम्बन्धी राज्य सरकार की किसी तरह की संभावना को रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष बिना किसी आधार के इसको मुद्दा बना रही है क्योंकि इनके पास राज्य सरकार के खि़लाफ़ बोलने के लिए कुछ भी नहीं। भगवंत मान ने कहा कि सरकार का नए वाहन खरीदने का कोई इरादा नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र प्रयोजित योजनाओं के तहत प्राप्त होने वाले फंड का प्रयोग तर्कसंगत ढंग से लोगों के कल्याण के लिए करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बहुत जल्द ही ग्रामीण विकास फंड जारी किए जा रहे हैं, क्योंकि मंत्री मंडल ने बीते दिन हुई बैठक में पंजाब ग्रामीण विकास संशोधन अध्यादेश स्वीकार कर दिया है। भगवंत मान ने कहा कि केंद्र ने यह फंड इसलिए रोके हुए थे क्योंकि पिछली सरकारें अपने राजनीतिक हित पूर्ण करने के लिए इन फंड को किसी ओर जगह ईस्तेमाल करती रही हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने खेल के क्षेत्र में जालंधर के अहम योगदान का जि़क्र करते हुए ऐलान किया कि जालंधर में विश्व स्तर की खेल यूनिवर्सिटी स्थापित की जाएगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने बूटां मंडी में डॉ. बी.आर. अम्बेडकर पार्क में डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर फूल मालाएं अर्पित कीं।
इससे पहले विधायक शीतल अंगूराल ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए अपने हलके लिए कुछ माँगें भी रखीं। इस मौके पर विधायकों और अन्य नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री का सम्मान किया गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ विधायक शीतल अंगूराल, बलकार सिंह, रमन अरोड़ा, इन्दरजीत कौर मान, ‘आप’ नेता राजविन्दर कौर थियाड़ा, दिनेश ढल्ल, सुरिन्दर सिंह सोढी, जीत लाल भट्टी, रतन सिंह, प्रिंसिपल प्रेम कुमार, मंगल सिंह, सुभाष शर्मा और अन्य उपस्थित थे।
इस दौरान मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव रवि भगत, डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी, कमिश्नर ऑफ पुलिस गुरप्रीत सिंह तूर और अन्य उपस्थित थे।