अकाली दल के वरिष्ठ नेता महेश इंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि 10 लाख रूपये रिश्वत मांगने के मामले में सुरिंदर कंबोज की गिरफ्तारी काफी नही है। उन्होने कहा,‘‘ गोल्डी कंबोज यह दावा करके बच नही सकता कि वह अपने पिता के साथ बनती नही है । उन्होने कहा कि अगर ऐसा होता तो सुरिंदर कंबोज इस साल फाजिल्का में गणतंत्र दिवस समारोह की अध्यक्षता नही कर सकते थे। उन्होने कहा कि रिश्वत मामले की तह तक जाने के साथ साथ पिता-पुत्र द्वारा चलाए जा रहे जबरन वसूली रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए गोल्डी कंबोज की तत्काल गिरफ्तारी और पूछताछ की मांग की है।
सरदार ग्रेवाल ने यह कहते हुए कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को बहुत सवालों के जवाब देने होंगें। उन्होने कहा,‘‘ आप पार्टी की सरकार के वादे के अनुसार चार सप्ताह में राज्य से भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा किया गया था। उन्होने कहा कि इसके विपरीत हो रहा है, क्योंकि भ्रष्टाचार आप पार्टी के कार्यकाल के दौरान दस गुणा बढ़ गया है और इससे आम आदमी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री को पंजाबियों को बताएं कि गोल्डी कंगोज के साथ साथ अन्य आप पार्टी के दागी नेताओं जैसे डाॅ. विजय सिंगला और फौजा सिंह सरारी जैसे नेता, जिनपर भ्रष्ट गतिविधियों का आरोप लगा है, उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नही की जा रही है। उन्होने कहा,‘‘ मुख्यमंत्री ने अभी तक डाॅ. विजय सिंगला के कबूलनामें को रिकाॅर्ड की जाने वाली आॅडियो टेप जारी नही की है तथा न ही सरारी के खिलाफ कोई कार्रवाई की है, जिन्होने मंत्री के रूप में जबरन वसूली का रैकेट चलाया था। उन्होने कहा, ‘‘ आप पार्टी की सरकार द्वारा विधायक अमित रतन को बचाने का प्रयास किया गया, जिनमें निजी सहायक ने उनकी उपस्थिति में रिश्वत स्वीकार की, लेकिन जनता के दबाव में सरकार को रतन के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी’’।
इस बीच पार्टी के जनरल सचिव सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि शिकायतकर्ता सुनील कुमार के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कर कर सुरिंदर कंबोज को रिश्वत मामले से बचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होने कंबोज परिवार का विवरण भी दिया, जिसमें कहा गया कि ‘’कटटर ईमानदार पार्टी’ ने गोल्डी कंबोज को पार्टी का टिकट दियया था, इसके बावजूद गोल्डी को कार और दोपहिया वाहन चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और उसके पिता सुरिंदर को 2007 में चंडीगढ़ में वेश्यावृति का रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
दोनों नेताओं ने जालंधर शहर में उम्मीदवार की प्रतिष्ठा पर सवाल होने के बावजूद पार्टी बदलने वाले नेताओं को आप की टिकट देेने पर निंदा की।सरदार ग्रेवाल ने कहा कि आप पार्टी के संयोजक ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि पार्टी अन्य पार्टियों का कूड़ा नही उठाएगी। उन्होने कहा कि ‘‘अब उन्हे बताना चाहिए कि उनके पूर्व कांग्रेसी विधायक को टिकट देकर कूड़ा उठाने वाला काम क्यों किया है’’।