डिजिटल मीडिया एसोसिएशन ने दी देशवासियों को रंगों के त्यौहार होली की हार्दिक शुभकामनाएं; युवकों से की अपील , हर्ष उल्लास के साथ सयंम से करें ट्रैफिक नियमों का पालन…

डिजिटल मीडिया एसोसिएशन ने युवकों से जोश के साथ होश में रहकर होली खेलने की करी अपील

पूरे देश में इस समय होली का उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है जिसमें हर परिवार के युवक-युवतियों होली को लेकर कुछ ज्यादा ही उत्साहित नजर आ रहे हैं हर तरफ रंग बिरंगे रंगों और पिचकारी उसे दुकानें सजी हुई है छोटे बच्चे जहां अपने मम्मी पापा से पिचकारी लेने की जिद करने में जुटे हैं वही युवा वर्ग होली मनाने के उत्साह में कुछ नई नई प्लानिंग में झूटे हुए है जिसे देख जालंधर प्रशासन द्वारा भी तैयारियां पुरजोर शुरू की हुई है ताकि हर कोई बिना किसी दिक्कत अपने परिवार के साथ होली मना सकें। इसके लिए पुलिस प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध किए हैं वही युवकों से डिजिटल मीडिया एसोसिएशन के द्वारा अपील की गई है कि वह होली खेलने में ट्रैफिक नियमों का पूर्ण पालन करें ताकि किसी दूसरे को होली खेलने में दिक्कत का सामना ना करना पड़े अक्सर देखा जाता है की होली खेलने वाले बाइक सवार कई बार उत्तेजित होकर एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं जिससे शहर में परिवारों के साथ निकलने वाले लोग असहज महसूस करते हैं। पुलिस हर वर्ष ऐसी चेतावनी जारी करती है कि बाइक सवार युवक ट्रैफिक नियमों की पालना अवश्य करें।

इन बातों का विशेष तौर पर रखें ध्यान

होली एक ऐसा त्यौहार हैं जिसे देश के विभिन्न भागों में भिन्न-भिन्न तरीकों से मनाया जाता हैं। इसमें मुख्यतया रंगों और पानी का इस्तेमाल ज्यादा होता हैं। सभी एक-दूसरे के ऊपर तरह-तरह के रंग और पानी उड़ेलते हुए ही नज़र आते हैं।

चूँकि पहले के समय में केवल प्राकृतिक रंगों से ही खेलने की परंपरा थी जिन्हें ज्यादातर सभी लोग अपने घरों में ही बनाते थे। ये रंग शरीर के लिए भी लाभदायक होते थे किंतु आजकर बाजार में तरह-तरह के रंग आ गए हैं। बाजार में जो प्राकृतिक रंगों के नाम से भी बिक रहे हैं वे भी पूरी तरह से प्राकृतिक हो, यह निश्चित नही।

इसके लिए आपको पहले से ही कुछ आवश्यक बातों को ध्यान में रखकर होली का पर्व खेलना चाहिए ताकि बाद में किसी गंभीर समस्या का सामना ना करने पड़े। यह सावधानियां छोटी-छोटी हैं लेकिन इससे आपको कोई समस्या भी नही होगी और आप होली का पूरा आनंद भी उठा पाएंगे। आइए जानते हैं।

होली के दिन बरते यह सावधानियां (Holi Safety Tips In Hindi)
आज हम आपको संपूर्ण जानकारी देंगे कि होली खेलने से पहले क्या करना चाहिए, होली खेलते समय क्या करना चाहिए, होली खेलने के बाद क्या करना चाहिए, होली किसे खेलनी चाहिए और किसे नही, होली को रंगों से खेले या नही, प्राकृतिक रंग कैसे बनाए और कुछ अन्य आवश्यक (Holi Par Kya Savdhaniya Rakhni Chahiye) बातें। आइए जाने होली के दिन रखी जाने वाली सावधानियां।

होली पर रखे इन बातों का ध्यान (How To Play Safe Holi In Hindi)
#1. सबसे पहले बात करते हैं रंगों की। पहले केवल गुलाल और लाल रंग से ही खेलने की परंपरा थी। होली का मुख्य रंग गुलाल माना जाता हैं किंतु आजकल काले, पीले, हरे, नीले, चमकीले इत्यादि कई भांति के रंग आ गए हैं। इन रंगों में खतरनाक रसायन इत्यादि मिले होते हैं जो आपके शरीर को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं।

इनसे बचाव के लिए बाज़ार में प्राकृतिक रंगों की भी बाढ़ सी आ गयी हैं किंतु ये रंग कितने प्राकृतिक हैं यह भी पता नही चल सकता। फिर भी ये प्राकृतिक रंग बाकि रंगों से बेहतर हैं। इसलिये आप जितना हो सके इन प्राकृतिक रंगों का ही इस्तेमाल करे। सबसे बेहतर तो यह होगा कि आप अपने घर पर ही रंग बनाए जो नुकसानदायक तो बिल्कुल नही होंगे बल्कि आपकी त्वचा को लाभ भी पहुंचाएंगे।

#2. दूसरी महत्वपुर्ण बात यह हैं कि गहरे रंगों को खरीदने से बचे और दूसरों को भी ऐसा ही करने को कहे। जैसे कि गहरा हरा, काला, नीला रंग इत्यादि। दरअसल इन रंगों को गहरा करने के लिए इनमें रसायन की मात्रा ज्यादा मिलायी जाती हैं जो यदि आपकी आँखों इत्यादि में चली जाए तो गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं।

#3. दो रंगों का इस्तेमाल मुख्य रूप से ना करे, एक तो सिल्वर चमकीला रंग और दूसरा गहरा हरा रंग। सिल्वर चमकीले रंग में एल्युमीनियम ब्रोमाइड पाया जाता हैं जो त्वचा संबंधी कैंसर के लिए उत्तरदायी होता हैं जबकि गहरे हरे रंग में कॉपर सल्फेट पाया जाता हैं जो आँखों में अंधापन पैदा कर सकता हैं।

#4. यदि आपको आभूषण-गहने पहनने इत्यादि में रुचि हैं तो होली वाले दिन इसे ना पहने। एक दिन के लिए ही सही लेकिन आप अपने कानों की बालियाँ, गले की चेन, हाथों का कड़ा, अंगूठियाँ, इत्यादि कुछ भी ना पहने। दरअसल होली खेलते हुए इन सबसे या तो आपको चोट लग सकती हैं या फिर जिसके साथ आप होली खेल रहे हैं, वे भी चोटिल हो सकते हैं।

दूसरा, इनके खुलकर गिर जाने या चोरी हो जाने का भी डर रहता हैं। इसलिये होली वाले दिन चाहे असली गहने हो या आर्टिफीशियल गहने, इन्हें ना ही पहने।

#5. कुछ लोग इस बात का इतना ध्यान नही रखते और होली वाले दिन अपने पुराने कपड़े इत्यादि पहन लेते हैं जो कि कई जगह से घिस भी चुके होते हैं। आप कपड़े चाहे कैसे भी पहने, हमें इसमें कोई आपत्ति नही लेकिन उन्हें पहनते समय इस बात का पूरा ध्यान रखे कि पानी लगने के बाद वे पारदर्शी ना हो जाए क्योंकि इससे आपको ही शर्मिदगी का सामना करना पड़ेगा।

दरअसल जिन कपड़ों की परत पतली होती हैं या जो ज्यादा घिस चुके होते हैं, वे पानी पड़ने के बाद पारदर्शी बन जाते हैं जिससे आपके शरीर का अंदर का भाग दिखने लगता हैं। इसलिये आप इस बात का पूरा-पूरा ध्यान रखे।

#6. कुछ लोगों को समय-समय पर चेहरे का फेशिअल, ब्लीच, थ्रेडिंग इत्यादि करने की आदत होती हैं। तो जब होली आने वाली हो तब कम से कम उससे एक सप्ताह पहले ऐसा कुछ भी करवाने से बचे। अन्यथा ऐसा करने से होली वाले दिन जब आपकी त्वचा रंगों में संपर्क में आएगी तब उसको बहुत नुकसान हो सकता हैं।

#7. होली पर लोग रंगों के साथ-साथ एक-दूसरे पर पानी भी डालते हैं। कुछ गुब्बारों में भरकर डालते है तो कुछ सीधा बाल्टी ही उड़ेल देते हैं। इस बात का ध्यान रखिये कि यह मौसम सर्द ऋतु के जाने और ग्रीष्म ऋतु के आने का होता हैं। इसलिये ज्यादा समय तक पानी से भीगे ना रहे अन्यथा आप बीमार पड़ सकते हैं।

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