जालंधर (Jatinder Rawat)- रूरल मार्केटिंग एक्सपर्ट सरबजीत सिंह पुरी ने डीएवी यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित एक्सपर्ट लेक्चर के दौरान स्टूडेंट्स को ग्रामीण क्षेत्रों में बिज़नेस की संभावनाएं तलाशने के लिए प्रेरित किया। डीएवी यूनिवर्सिटी की इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) और मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पुरी ने विभिन्न उत्पादों और सेवाओं की गावों में मार्केर्टिंग के लिए पारंपरिक एडवरटाइजिंग को टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ने पर बल दिया।
फतेह रूरल प्राइवेट लिमिटेड और ग्रीन ऑरेंज एचआर प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक सरबजीत सिंह पुरी ने छात्रों को सहयोग करने और ग्रामीण भारत में लोगों के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित किया।
“रूरल मार्केट अनलीशेड” नामक पुस्तक के लेखक पुरी ने छात्रों को बुनियादी ढांचे के विकास, स्वास्थ्य सुविधाओं, कृषि प्रसंस्करण, कृषि विकास और शैक्षिक विकास और विपणन के अवसरों के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि वैश्विक दुनिया के साथ ग्रामीण बाजारों की कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल मीडिया और एआई मदद कर सकते हैं। धान की बुवाई के दौरान पंजाब में कुशल मजदूरों की कमी के सन्दर्भ में सरबजीत पुरी ने डीएवी यूनिवर्सिटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान पढ़ने वाले छात्रों से एक स्मार्ट और कुशल चावल बोने की मशीन विकसित करने के लिए कहा।
व्यवसाय शुरू करने के लिए बुनियादी जरूरतों पर बात करते हुए उन्होंने कम्पटीशन, ब्रांड प्लसेमेन्ट, लाभ, एडवरटाइजिंग और मार्किट सपोर्ट के बारे में विस्तार से बताया। पुरी ने विभिन्न उदाहरण देते हुए अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह स्टार्ट-अप का युग है और शुरुआत के लिए उम्र कोई बाधा नहीं होती है।
यूनिवर्सिटी के वाईस-चांसलर डॉ मनोज कुमार ने स्टार्टअप के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ मनोज ने कहा कि रितेश अग्रवाल द्वारा शुरू की गयी भारतीय मल्टीनेशनल कंपनी ओयो एक सफल स्टार्टअप का एक उदाहरण है। ओला कैब्स भी एक उल्लेखनीय स्टार्टअप थी। ओला ने टेक्नोलॉजी का उपयोग करके लोकल और इंटर-सिटी ट्रेवलिंग का स्वरूप बदल दिया है। अब ओला ने ई-स्कूटर बाजार में कदम रखा है। डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि डीएवी विश्वविद्यालय ग्रामीण जनता और बाजारों के उद्देश्य से नवीन विचारों के लिए एक स्टार्टअप इनक्यूबेटर के रूप में काम कर सकता है। उन्होंने छात्रों से अपना व्यवसाय शुरू करने का आग्रह किया।
आईआईसी के अध्यक्ष डॉ. संदीप विज ने ग्रामीण बाजारों को मजबूत करने और छात्रों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने में पुरी के योगदान पर प्रकाश डाला।
अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशंस ऑन इनोवेशन अचीवमेंट्स (एआरआईआईए) के सदस्य डॉ लखमीर सिंह ने कहा कि पारंपरिक तरीकों के साथ प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने का महत्व ग्रामीण भारत में कई उद्यमशीलता के अवसर पैदा कर सकता है।