जालंधर- डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल के नेतृत्व में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास) जसबीर सिंह ने आज जिले में 21वीं पशुधन गणना की शुरुआत करवाई। यहां जिला प्रशासकीय परिसर में इस संबंधी बैठक के दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को पशुधन गणना के कार्य को लगन एंव समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुधन गणना का उद्देश्य पशुओं की गिनती संबंधी सटीक आंकड़े प्राप्त करना है, जिसके आधार पर पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालकों के कल्याण के लिए नई नीतियां बनाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस गणना के दौरान घर-घर जाकर 16 विभिन्न नस्लों के मवेशियों और पोल्ट्री की गिनती की जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि शहरी क्षेत्र में पालतू कुत्तों की गिनती के अलावा गौशालाओं और खानाबदोश कबीलों के पशुओं की अलग से गणना की जाएगी।
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि मोबाइल ऐप का उपयोग पशुधन की नस्लों और अन्य विशेषताओं सहित डेटा एकत्र करने के लिए मोबाईल एप का प्रयोग किया जाएगा और गणना का काम फरवरी 2025 तक पूरा किया जाना है। उन्होंने तहसील स्तर पर तैनात सीनियर वैटरनरी अधिकारियों को अपनी तहसील में गणना का काम पूरी निगरानी में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी पशुपालकों से अपील करते हुए कहा कि पशुधन गणना में नियुक्त गिनतीकारों को पूरा सहयोग दिया जाए ताकि पशुओं संबंधी सटीक आंकड़े प्राप्त किए जा सके।
इससे पहले जिला जालंधर के नोडल अधिकारी डा. करणदीप संघा ने पशुधन गणना से संबंधित दिशा-निर्देशों के बारे में विस्तार से बताया। पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डा.राम मूर्ति मट्टू ने कहा कि जिले के 956 गांवों और 250 वार्डों में गणना के काम को पूरा करने के लिए 36 सुपरवाईजर और 179 गिनतीकार, एक जिला नोडल अधिकारी, 5 तहसील नोडल अधिकारी तैनात किए गए है। सहायक डायरैक्टर डा.अनिल कपूर ने बताया कि गणना कार्य के संबंध में संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों को आवश्यक प्रशिक्षण पहले ही दिया जा चुका है।
इस अवसर पर ए.डी.ए.पी डा.बलवीर सिंह, डा.अमनदीप, डा.कुलविंदर सिंह, डा.जसबीर सिंह, डा.जगजीत सिंह, डा.हरविंदर सिंह, डा.आत्मा सिंह, डा.प्रवीण कुमार, एस.वी.आई. नरिंदर सिंह और अशोक कुमार भी मौजूद थे.