डिप्टी कमिशनर ने एस.वी.पी. -2022 अधीन शैक्षिक संस्थानों की अधिक से अधिक भागीदारी पर दिया जोर योजना का उदेशय पानी, स्वच्छता और सफ़ाई के क्षेत्र में स्कूलों के मिसाली काम को मान्यता देना
जालंधर- जालंधर में 897 स्कूलों की तरफ से स्वच्छ विद्यालय पुरुस्कार (एस.वी.पी.)-2022 के लिए रजिस्ट्रेशन करवाई है, जिसमें से 617 की तरफ से पोर्टल पर सफलतापूर्वक अपनी, फ़ाईनल एटरियां जमा करवा दी गई है।
इस सम्बन्धित जानकारी देते हुए डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय की तरफ से स्कूलों में बढिया स्वच्छता और सफ़ाई अभियास को मान्यता देने, प्रेरित करने और मनाने के लिए एस.वी.पी. की शुरुआत की गई है।उन्होंने आगे कहा कि स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय की तरफ से’स्वच्छ विद्यालयों पुरुस्कार 2021 -2022’के लिए देश भर के स्कूलों से ऐंटरिया माँगी गई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और प्राईवेट सहित सब स्कूल इसके लिए रजिस्टर कर सकते है।
इस पहलकदमी पर रौशनी डालते घनश्याम थोरी ने कहा कि एस.वी.पी. का मंतव्य उन स्कूलों का सम्मान करना है, जिनकी तरफ से स्वच्छ विद्यालय अभियान के उद्देश्य को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए है। उन्होंने कहा कि स्कूलों की कारगुज़ारी का मुल्यांकन छह उप -श्रेणियों अधीन किया जाएगा: पीने वाला पानी, शौचालय, साबुन के साथ हाथ धोना, संचालन और संभाल, सामर्थ्य निर्माण और कोविड -19 सम्बन्धित तैयारी और रिस्पांस। उन्होंने बताया कि पुरुस्कार तीन स्तर पर दिए जाएंगे – ज़िला, राज्य/केंद्र शासित प्रदेश और राषट्रीय। उन्होंने बताया कि भाग लेने वाले स्कूलों का 6 उप श्रेणियों में एक आनलाइन पोर्टल और मोबाइल एप के द्वारा मूल्यांकन किया जायेगा, जहाँ व्यवस्था उनके स्कोर और रेटिंग को अपने -आप तैयार करेगा।
डिप्टी कमिशनर ने बाकी स्कूलों को भी इस मुकाबले में पूरे जोश और जज़बे के साथ भाग लेने की अपील की। उन्होंने शिक्षा विभाग के आधिकारियों को भी हिदायत की कि वह बाकी स्कूलों के साथ तालमेल करके उनको इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित करे।
इस सम्बन्धित और जानकारी देते ज़िला शिक्षा अधिकारी गुरभजन सिंह लसानी ने बताया कि स्कूल इस अवार्ड के लिए वैबसाईट – https://swachhvidyalayapuraskar.com / पर अप्लाई किया जा सकता है।