क्या लोगों को बताएंगे कि साल 2017 से 2021 के बीच पंजाब प्रधान रहते हुए कांग्रेस को कितना मजबूत किया
न्यूयॉर्क/चंडीगढ़, (राज गोगना )— पंजाब कांग्रेस महासचिव पवन दीवान ने राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराने वाले प्रचार कमेटी के चेयरमैन व पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ को अपना गिरेबान में झांकने की सलाह दी है। दीवान ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस पार्टी की हार के लिए जाखड़ सबसे अधिक गुनाहगार हैं, जो पहले बतौर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और फिर चुनाव प्रचार समिति के चेयरमैन पूरी तरह से फेल रहे।
जारी एक बयान में, दीवान ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के लिए सुनील जाखड़ को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। वह पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर तो आरोप लगा रहे हैं, लेकिन क्या वह लोगों को यह बताएंगे कि साल 2017 से 2021 के बीच पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान रहते हुए, उन्होंने पार्टी को कितनी मजबूती प्रदान की। दीवान ने कहा कि जाखड़ बतौर पंजाब कांग्रेस प्रधान किसी भी कार्यकर्ता के पास नहीं गए व न ही किसी जिला कार्यकारिणी कमेटी की बैठक की। यहां तक कि वह दिल्ली से सीधे फ्लाइट के जरिए चंडीगढ़ आते थे और फ्लाइट से वापिस लौट जाते थे। उनके कार्यकाल के दौरान 120 म्युनिसिपल कमेटियों व 2 नगर निगमों के चुनाव हुए, लेकिन वह कहीं भी प्रचार नहीं करने गए। जबकि इसके विपरीत विरोधी पार्टियों के नेताओं ने जमकर अपने उम्मीदवारों की जीत के लिए प्रचार किया।
उन्होंने बतौर पंजाब कांग्रेस प्रचार कमेटी के चेयरमैन भी सुनील जाखड़ की नाकामियों को उजागर किया और खुलासा किया कि 2022 के विधानसभा चुनाव में राज्य की 117 विधानसभा सीटों में से जाखड़ मात्र 7 सीटों पर भी प्रचार करने नहीं गए। इसके विपरीत उन्होंने हिंदू-सिख का बंटवारा पैदा करके पार्टी को भारी नुकसान बताया। दीवान ने कहा कि हिंदुओं व सिखो में नाखून और मांस का रिश्ता है, जिन्हें कोई भी नहीं बांट सकता। इन हालातों में पंजाब में कांग्रेस की हार के लिए सुनील जाखड़ सबसे अधिक जिम्मेदार हैं। उन्होंने यहां तक शंका जाहिर की कि कहीं सुनील जाखड़ विरोधी पार्टियों से तो नहीं मिले हुए।
इस तरह उन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन रहे अजय माकन को राज्य में हार के लिए मंथन की जिम्मेदारी दिए जाने पर सवाल किया है। जिनमें पहले दिल्ली में कांग्रेस को खत्म किया था। जबकि दीवान ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव में माकन ने उम्मीदवारों को टिकटें बांटी थीं। ऐसे में अपनी गलतियों के लिए वह खुद की जिम्मेदारी कैसे तय कर सकेंगे।